-परस्पर मिले हुए इन दो त्रिभुजों के द्वारा षट्कोण ग्रह बनता है।
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-परस्पर मिले हुए इन दो त्रिभुजों के द्वारा षट्कोण ग्रह बनता है।
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-परस्पर मिले हुए इन दो त्रिभुजों के द्वारा षट्कोण ग्रह बनता है।
7.
अनेक देश के लोग परस्पर मिले हुए अपना-अपना काम करते दिखाते हैं और वे एक
8.
विभाग का स्वरूप परस्पर मिले हुए पदार्थों के अलग-अलग हो जाने से संयोग का जो नाश होता है, उसको विभाग कहते हैं।
9.
“यह अलह की सर्वोत्तम बातें हैं, जिसके सभी हिस्से आपस में परस्पर मिले हुए हैं,और बार बार दुहराए गए हैं “सूरा-अज जुमुर 39:23
10.
ऋग्वेद १ ० / ८ ५ / ४ ७ मंत्र में हम दोनों (वर-वधु) सब विद्वानों के सम्मुख घोषणा करते हैं की हम दोनों के ह्रदय जल के समान शांत और परस्पर मिले हुए रहेंगे.